महिलाओ के मासिक धर्म को लेकर काफी सारी मान्यतायें हैं, कुछ ऐसा ही महिलाओ के बालों के साथ भी है जैसे कि दिन के वक़्त बाल खोलकर नहीं रखने चाहिए, बाल बांधकर रखने चाहिए , हफ्ते के कुछ निश्चित दिनों को ही बाल धोने चाहिए आदि, कुछ बहुत ही ज्यादा प्रचलित विस्वास हैं ।
इनमें से कुछ तो सुनने में इतनी ज्यादा अजीब लगती हैं की एक बार को तो उनकी सत्यता पर शंका होती है कि क्या वास्तव में ऐसा सम्भव है ? यहां हम आज कुछ ऐसी मान्यताओं के बारे में जिक्र करेंगे जो कुछ लोगो की नजर में विस्वास है तो कुछ लोग बताते हैं की ये शास्त्रों में औरत की भलाई के लिए बताये गए नियम हैं।
ये सब अंधविस्वास बिलकुल नहीं है दोस्तों ! बस ये विचारधारा सामान्य सोच से थोड़ी अलग जरूर है ।
ये सब अंधविस्वास बिलकुल नहीं है दोस्तों! बस ये विचारधारा सामान्य सोच से थोड़ी अलग जरूर है । यदि आप एक महिला हैं तो आपने कभी न कभी अपने जीवन में अपनी दादी, नानी या अपनी मम्मी से माहवारी यानी के पीरियड्स के पहले दिन बाल ना धोने की नसीहत जरूर सुनी होगी।
हो सकता है कभी उनकी नसीहत ना मानने पर आपने डाँट भी खायी हो, और ये भी हो सकता है की आप खुद भी अब अपनी बेटियों को ये ही नसीहत देती हों ।
कारण शायद आपको आज भी ना पता हो, और आप भी यही सोचती होंगी कि शायद ऐसा करना अशुभ होता है ! या फिर ये कि अगर बड़ों ने बोला है तो कुछ अच्छा ही होगा । लेकिन आप यकीन मानिये की इस नसीहत के पीछे के शास्त्रीय और वैज्ञानिक कारण जानकर आप चौंक जाएंगी ।
ऐसी मान्यता है कि माहवारी के पहले दिन बाल धोने से महिलाएं पागल हो सकती हैं, इसके आलावा इन दिनों रात में बाल धोने से मना किया जाता है।
माना जाता है कि इससे आपको बहुत अधिक रक्तस्त्राव की समस्या से जूझना पड़ सकता है। यानी की आपका रक्त बहुत अधिक मात्रा में आपके शरीर से बहार जा सकता है । इससे आपको कमजोरी आ जाएगी और आप बहुत ही गंभीर रूप से बीमार पड़ सकती हैं ।
अब अगर वैज्ञानिक तौर पर इस मान्यता को देखा जाए तो इस समय महिलाओ को ठण्ड से बचना चाहिए वरना यह इस वक़्त की लगी ठंड उनके UTERUS को नुक्सान पहुंचा सकती है ।
इस नुक्सान के वजह से उन्हें आगे चलकर गर्भधारण करने में परेशानियों का सामना कर पड़ सकता है ।
आशा करते हैं कि आपको ये जानकारी जरूर पसंद आयी होगी । धन्यवाद !